धनु राशि (Dhanu Rashi) के जातक
(Sagittarius Sign Characteristics)
धनु राशि (Dhanu Rashi | Sagittarius Sign) के जातकों के बारे में बताने से पहले अगर मैं आपको बता दूं कि युवाओं के पथ प्रदर्शक स्वामी विवेकान्द धनु लग्न के जातक थे, तो आपके दिमाग में धनु लग्न अथवा धनु राशि से प्रभावित जातकों की छवि तुरंत बन जाएगी। धनु राशि का स्वामी गुरु है।
इन जातकों की खासियत यह होती है कि ये विपरीत परिस्थिति में बेहतरीन प्रदर्शन करते हैं। ये जातक बहुत अधिक सोचते हैं। इस कारण निर्णय करने में देरी भी करते हैं, लेकिन एक बार जिस निर्णय पर पहुंच जाए उससे डिगते नहीं हैं। सत्य के साथ रहते हैं और किसी के साथ अन्याय हो रहा हो तो उसके साथ जा खड़े होते हैं।
बोलने में इतने मुंहफट होते हैं कि यह जाने बिना कि सामने वाले पर क्या बीत रही होगी, बोलते जाते हैं। इन लोगों की बोली में ही व्यंग्य समाया हुआ होता है। सीधी बात कहने की बजाय व्यंग्य में ही बोलते नजर आएंगे। अच्छे चेहरे मोहरे, सुगठित शरीर, लम्बा चौड़ा ललाट, ऊंची और घनी भौंहों वाले आकर्षक व्यक्तित्व को देखकर ही समझा जा सकता है कि यह धनु लग्न या धनु राशि प्रधान व्यक्ति है।
ये निडर, साहसी, महत्वाकांक्षी, अति लोभी और आक्रामक होते हैं। इन लोगों को जिंदगी में अनायास लाभ नहीं होता है। ये रिश्तेदारों के प्रति निर्मम और अपरिचितों के लिए नम्र होते हैं। ये तेजी से मित्र बनाते हैं और लम्बे समय तक उसे निभाते भी हैं।
धनु द्विस्वभाव राशि है, सो धनु के जातक जो भी काम करते हैं, उससे पहले काफी सोच विचार करते हैं, प्लान बनाते हैं और काम शुरू करने से पहले पर्याप्त शक्ति एकत्रित करते हैं, ताकि शुरू किया गया काम किसी भी सूरत में डूबे नहीं।
लग्न में धनु राशि और पंचम भाव में मेष राशि होने के कारण सीखने में कुछ जल्दबाज होते हैं, किसी नए विषय को हाथ में लेने पर भी तेजी से उसे सीखते चले जाते हैं। अगर सीखने की गति अच्छी बनी रहे तो विषय को पूरा कर लेते हैं, अगर किसी भी कारण अध्ययन धीमा पड़ जाए या ब्रेक आ जाए तो विषय अधूरा ही रह जाता है। बाद में फिर से गति मिलने पर ही वह पूरा हो पाता है।
अगर किसी व्यक्ति की धनु राशि या धनु लग्न की कन्या से विवाह हो तो उसे भाग्यशाली समझना चाहिए। क्योंकि ऐसी कन्या अपने पति को समझने वाली और सही परामर्श देने वाली होती है। इनके लिए शुभ दिन बुधवार और शुक्रवार बताए गए हैं। शुभ रंग श्वेत, क्रीम, हरा, नारंगी और हल्का नीला बताया गया है। शुभ अंक छह, पांच, तीन और आठ हैं।