बच्चे का जन्म कब? time of child birth
मेरे एक मित्र श्री जोशी ने अपनी पत्नी को अस्पताल में 6-1-1971 को भरती किया था. वह बेसब्री से ये जानना चाहते थे कि लड़का होगा या लड़की? और कब होगा? मैंने एक बार में ही प्रश्न का समय लिख लिया, जो था 1.20 बजे और उनसे 1 से लेकर 249 के बीच से कोई एक अंक देने को कहा.
उन्होंने अंक दिया-127 .
निर्णय का समय-दोपहर 1.20 बजे
तारीख-6-1-1971
अतः मैंने शासक ग्रहों को निर्णय के समय कारक की तरह ले लिया. निम्नलिखित शासक ग्रह हैं- दिन स्वामी-आज बुधवार है, अतः बुध वारेश है. बुध कारक ग्रह है. नक्षत्र स्वामी-चन्द्र भरणी नक्षत्र में गोचर कर रहा है.
19.5 डिग्री मेष राशि में शुक्र कारक है. राशि स्वामी-चन्द्र मेष राशि में गोचर कर रहा है, जो मंगल द्वारा शासित है. अतः मंगल कारक ग्रह है. लग्न स्वामी-लग्न में मेष राशि है, मंगल कारक है. लग्न नक्षत्र स्वामी-लग्न भरणी नक्षत्र में है, शुक्र कारक है.
अतः बुध, मंगल और शुक्र बच्चे के जन्म को दर्शाते हैं. जैसा कि प्रश्नकर्ता ने अपनी पत्नी को अस्पताल में भर्ती करवाया है, इसलिए बच्चे के जन्म में कुछ ही घंटे बचे हैं. इसलिए मैंने लग्न को ऐसे बिंदु तक चलाया, जहां पर लग्न तीनों कारकों द्वारा शाशित हो. इन राशि नक्षत्र और उप के स्वामी इन्हीं कारकों में से एक होने चाहिए. मैंने देखा कि अगली लग्न पूर्व में 3.48 डिग्री मिथुन राशि में है,जो बुध द्वारा शासित है.
मृगशिरा नक्षत्र में जो मंगल द्वारा शासित है. और उप स्वामी शुक्र में है. गणना के उपरांत यह पता लगा कि 3.48 मिथुन राशि में 4.30 बजे उदित हो रही है. मैंने हिचकिचाते हुए उनसे कहा कि बच्चे का जन्म 4.30 बजे होगा.
127 अंक का मतलब है 2.40 डिग्री तुला मंगल निर्णय के समय लग्न भाव में स्थित है. तुला राशि और मंगल लड़के के होने को दर्शाते हैं. मैंने प्रश्नकर्ता को बताया कि उसकी पत्नी को लड़का होगा. बड़े ही अचरज की बात है कि बच्चे का जन्म ठीक 4.30 बजे हुआ. तारीख 6-1-1971 को हुआ और प्रश्नकर्ता को लड़का ही हुआ.
हम अपने तहे दिल से प्रो. कृष्णमूर्ति जी को धन्यवाद करते हैं, जिन्होंने इस तरीके का अविष्कार किया और हम सबको विरोधाभास से मुक्त कराया, जो पुरानी प्रथा और अन्य विरोधाभासों द्वारा बनाये गये थे.
लेखक – के.दिनकर राव बीए एलएलबी (आनर्स)