सोशल मीडिया इन्फ़्लुएन्सर बनने के ज्योतिषीय योग
(Planetary Combinations to become a successful Social Media Influencer)
सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर हाल के वर्षों में बहुत ही सफल उद्यम के रूप में उभरकर सामने आया है। पूर्व में जहां केवल यूट्यूबर ही इंफ्लूएंसर के रूप में सफल हो पा रहे थे, वहीं टिकटॉक के आने के साथ ही सोशल मीडिया इंफ्लूएंस का काम बहुत तेजी से उभरा है। ज्योतिषीय कोण से इस व्यवसाय को समझने के लिए मुझे कुछ सफल सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर की जरूरत थी, पिछले कुछ महीनों में ऐसे कई जातक विश्लेषण के लिए आए तो तस्वीर स्पष्ट हुई। सोशल मीडिया पर सेलिब्रिटी बनाने में राहु सबसे प्रबल कारक बनकर उभरा है।
परम्परागत भारतीय ज्योतिष में ऐसे किसी योग का वर्णन नहीं है जो आपको सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर बनाने के योग बता सके। ऐसे में हमें इस नए-नवेले व्यवसाय की प्रकृति और श्रेणी के विभिन्न विभाग करके समझना पड़ेगा, जिससे स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। सोशल मीडिया कहने को भले ही सामाजिक गतिविधि हो, लेकिन एक इंफ्लूएंसर के लिए यह खुद को प्रजेंट करने और स्वीकार्यता बटोरने की गतिविधि है। ऐसे में जिस जातक की कुण्डली में चतुर्थ और एकादश भाव बहुत मजबूत स्थिति में होंगे, उसी जातक की बात वृहद् जनसमूह द्वारा सुनी जाएगी।
भाव यह तय कर पाएंगे कि जातक की बात सुनी जा रही है अथवा नहीं, अब बात में प्रभाव पैदा करने के लिए जातक को बुध की जरूरत होगी, क्योंकि संप्रेषण का प्रमुख ग्रह बुध है। अगर किसी जातक का बुध शक्तिशाली है तो उसके संप्रेषण का अंदाज भी बहुत शानदार होगा। बुध ग्रह का संबंध द्वितीय, चतुर्थ, पंचम, दशम अथवा एकादश भाव से होने पर जातक के कर्म के साथ संप्रेषण भी प्रभावी रूप से जुड़ जाता है और जातक को इसका अच्छा लाभ मिलता है।
वर्तमान में प्रमुख रूप से पॉडकास्ट, वीडियोलॉग, ब्लॉग, शॉर्टवीडियो, लाइववीडियो तथा इमेजिंग तकनीक से संप्रेषण किया जा सकता है। भविष्य में हो सकता है संप्रेषण की और विधियां भी सामने आएं, लेकिन अभी हम केवल इन्हीं पर अपनी बात केन्द्रित रखेंगे।
पॉडकास्ट | PODCAST
इसमें इंफ्लूएंसर की आवाज ही उसका मुख्य औजार है। ऐसे में जातक के द्वितीय भाव, चतुर्थ भाव, एकादश भाव और प्रमुख रूप से बुध ग्रह को देखा जाएगा। अगर दशा अनुकूल हो, उपरोक्त चारों बिंदुओं के अनुकूल हो तो जातक पॉडकास्ट में सफल होता है। अगर द्वितीय भाव अनुकूल न हो तो जातक भले ही दूसरी किसी भी विधा में सफल हो जाए, लेकिन वाणी से सफल होना संदिग्ध ही रहेगा। इसी तरह वायवीय राशियों का प्रभाव अगर द्वितीय और एकादश भाव पर अधिक हो तो भी वक्ता को प्रभावशाली बना देती है।
ब्लॉग | BLOG
इसमें इंफ्लूएंसर का ज्ञान और संप्रेषण की क्षमता के साथ प्रजेंटेशन भी महत्वपूर्ण होता है। इसके लिए जातक की कुण्डली में चतुर्थ और एकादश भाव के साथ गुरु और बुध दोनों का संबंध होना चाहिए। यहां प्रजेंटेशन शुक्र संभालता है। ब्लॉग में लिखी गई सामग्री जितनी अधिक दीर्घकाल के लिए प्रभावी होगी, वह ब्लॉग उतना ही अधिक सफल होगा। ऐसे में शनि की अनुकूलता भी एक ब्लॉगर के लिए जरूरी होती है। किसी पुराने ब्लॉगर के लेखों में शनि की नकारात्मकता को आसानी से महसूस किया जा सकता है।
वीडियोलॉग (व्लोग) | VLOG
यह अब तक की सबसे कठिन विधा है, जमीनी तौर पर भी और ज्योतिषीय कोण से भी। जिस जातक की कुण्डली में चतुर्थ भाव, दशम भाव, एकादश भाव, बुध और शुक्र की अनुकूलता होगी, वे जातक ही बेहतरीन वीडियोलॉग बना पाएंगे। वीडियोलॉग कई प्रकार के होते हैं। अगर केवल सुंदरता और कला का चित्रण पेश करना हो तो बुध और शुक्र की अनुकूलता पर्याप्त होती है, लेकिन वहीं अगर वीडियोलॉग में किसी प्रकार के पुराने रिसर्च का समावेश करना हो तो शनि की अनुकूलता की जरूरत होती है। जिन वीडियोलॉग में सामाजिकता और ज्ञान दोनों का समावेश हो उनमें बुध और शुक्र के साथ गुरु की अनुकूलता की जरूरत होगी।
लाइव वीडियो (लाइव स्ट्रीमिंग) | LIVE (LIVE STREAMING)
इसके लिए द्वितीय भाव, तृतीय भाव, एकादश भाव और मंगल की अनुकूलता की जरूरत होती है। वीडियो बनाने के दौरान जातक अपनी ओर से बहुत इनपुट नहीं दे सकता है, तात्कालिक स्थितियों अनुकूल व्यवहार की जरूरत होती है, जो उसे मंगल से ही मिल सकता है, साहस की जरूरत होती है, वह मंगल से ही मिल सकता है, सक्रियता की जरूरत होती है, जिसके लिए मंगल पर्याप्त है। ऐसे में दूसरा भाव वाणी के लिए, तीसरा भाव साहस के लिए, एकादश भाव वृहद् जन समूह की स्वीकार्यता के लिए और मंगल इन सभी कार्यों में पर्याप्तउत्साह शामिल करने के लिए अनुकूल होना चाहिए।
इंस्टाग्राम, फेसबुक तथा टिकटॉक आदि के शॉर्ट वीडियो | FB SHORTS, REELS, TIKTOK
ये अल्प अवधि की प्रसिद्धि वाले तथा फेकइमेज वाले वीडियो होते हैं। इनमें न ज्ञान की जरूरत होती है और न ही वास्तविकता की। इसमें न नकारात्मकता चलेगी और न ही सादगी। कई बार तो आवाज और चेहरे की भी खास जरूरत नहीं होती। ऐसे में जातक की कुण्डली में एकादश भाव का संबंध शुक्र और राहु के साथ हो और जातक की दशा कमाई के अनुकूल हो तो ऐसे जातक शॉर्टवीडियो के लिए इंफ्लूएंसर बन जाते हैं। राहु अथवा शुक्र की अंतरदशा बीत जाने के साथ ही ऐसे इंफ्लूएंसर भी फिर से नेपथ्य में खो जाते हैं।
दशाक्रम
बुध, राहु अथवा शुक्र की अंतरदशाएं अधिकतम डेढ़ से दो साल तक चलने वाली होती है, शॉर्टवीडियो के जरिए अचानक वायरल होकर इंफ्लूएंसर बने जातक नौ महीने से ढाई साल की अवधि तक प्रसिद्ध या कहें चलन में रहते हैं। इस अवधि में ही वे जमकर कमाई कर सकते हैं। अनुकूल अंतरदशा बीतने के बाद उनका पुन: चलना तुरंत संभव नहीं होता। अगली अनुकूल अंतरदशा तक उन्हें इंतजार ही करना होता है।
कमाई के योग
कमाई करने के लिए दूसरे और एकादश भाव का संबंध दसवें भाव से आवश्यक रूप से होगा, तभी इंफ्लूएंसर कमा पाएगा। अगर कमाई के योग नहीं होंगे तो इंफ्लूएंसर बहुत अधिक प्रभावी होते हुए भी कमा नहीं पाएगा, केवल नाम और प्रसिद्धि ही मिल पाएगी, उसे भुना नहीं पाएगा।
सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर की उदाहरण कुण्डली
यह उदाहरण कुण्डली एक सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर की है, जो इंस्टाग्राम पर सक्रिय है। यहां मैं उनकी पहचान नहीं बता रहा, लेकिन कुण्डली देखने के लिए पता चलता है कि

- द्वितीय भाव का अधिपति दसवें भाव में विराजमान है।
- चतुर्थ भाव का अधिपति सप्तम भाव में नीच का होने के बावजूद अनुकूल स्थिति में है।
- दशम भाव का अधिपति लग्न में विराजमान है और चतुर्थ अधिपति पर सीधी दृष्टि है।
- एकादश भाव का संबंध लग्न, शुक्र और राहु तीनों से है।
- वर्तमान में गुरु की महादशा में राहु की अंतरदशा चल रही है।
उपरोक्त कुण्डली में द्वितीय, चतुर्थ, एकादश भाव और शुक्र व राहु चार बिंदू सक्रिय हैं। इसी से जातक न केवल प्रसिद्ध है बल्कि अच्छी कमाई भी कर रहा है।
विभिन्न ग्रहों की महादशाओं में आने वाली व्यवसाय, स्वास्थ्य, धन, दांपत्य जीवन, प्रेम संबंध, कानूनी, पारिवारिक समस्याओं आदि के ज्योतिषीय समाधान के लिए आप मुझ से फोन अथवा व्हाट्सएप द्वारा संपर्क कर सकते हैं । Call – WhatsApp
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