Home Astrologer Consultant सिद्धार्थ जी, “आप बेस्ट एस्ट्रोलॉजर हो।” | Best Astrologer in India

सिद्धार्थ जी, “आप बेस्ट एस्ट्रोलॉजर हो।” | Best Astrologer in India

अगर ज्योतिषीय सलाह (Astrological Consultancy) लेने के बाद अथवा ज्योतिषीय उपाय (Astrological Remedies) कर लेने के बाद, जातक पलट कर ये ना कहे की, ”सिद्धार्थ जी, आपने बेस्ट ज्योतिषीय सलाह (Best Astrological Consultancy) दी, या आपने बेस्ट ज्योतिषीय उपाय (Best Astrological Remedies) बताए, या आप बेस्ट एस्ट्रोलॉजर (Best Astrologer) हो।“ तो लगता है की काम में कोई कमी रह गयी।

Siddharth Jagannath Joshi: Best Astrologer in India | सिद्धार्थ जगन्नाथ जोशी: इंडिया का बेस्ट एस्ट्रोलॉजर
Siddharth Jagannath Joshi: Best Astrologer in India | सिद्धार्थ जगन्नाथ जोशी: इंडिया का बेस्ट एस्ट्रोलॉजर

सिद्धार्थ जी, “आप बेस्ट एस्ट्रोलॉजर हो।”
Sidharth Jagannath Joshi is the Best Astrologer in India


“सिद्धार्थ जी, आप बेस्ट एस्ट्रोलॉजर (Best Astrologer in India) हो।“
कभी ये शब्द सुनने के लिए मैं हमेशा उत्सुक रहता था। ज्योतिषी के रूप में कैरियर प्रारम्भ करने के शुरुआती कुछ दिनों में, ऐसे ही शब्दों को मैंने अपनी सफलता का मापदंड बनाया हुआ था। समय बदलने के साथ के साथ, परिदृश्य लगभग 180˚ बदल चुका है। अब हालत ये है की अगर ज्योतिषीय सलाह (Astrological Consultancy) लेने के बाद अथवा ज्योतिषीय उपाय (Astrological Remedies) कर लेने के बाद, जातक पलट कर ये ना कहे की, ”सिद्धार्थ जी, आपने बेस्ट ज्योतिषीय सलाह (Best Astrological Consultancy) दी, या आपने बेस्ट ज्योतिषीय उपाय (Best Astrological Remedies) बताए, या आप बेस्ट एस्ट्रोलॉजर (Best Astrologer) हो।“ तो लगता है की काम में कोई कमी रह गयी।

प्रोफेशनल ज्‍योतिषी (Professional Astrologer) के रूप में अभ्‍यास के साथ साथ मेरी सीखने और लोगों को समझने की प्रक्रिया भी लगातार चलती रहती है। देश और दुनिया के हर कोने से और हर तरह के जातकों के कॉल आते हैं, हर एक की परिस्थिति और अवस्‍थाएं भिन्‍न होती हैं। अगर यह कहा जाए कि ऑनलाइन ज्‍योतिष कंसल्‍टेंसी (Online Astrology Consultancy) के व्‍यवसाय में ज्‍योतिषी का आयाम भी अपने जातकों जितना ही विस्‍तारित होता चला जाता है, तो यह अतिश्‍योक्ति नहीं होगी।


ज्योतिषी के रूप मे असम्बद्ध सवाल
Irrelevant Questions to Astrologer

अपने सामान्‍य सांसारिक जीवन में बहुत तेज तर्रार और सधे हुए लोग भी एक जातक के रूप में जब ज्‍योतिषी के संपर्क में आते हैं तो इस विषय को लेकर बने अधिभौतिक आग्रहों और भ्रांतियों के कारण मुझसे बच्‍चों जैसे सवाल भी पूछ बैठते हैं। कुछ दिन पूर्व लंदन से एक महिला का फोन आया, जिसमें उन्‍होंने बताया कि वे खुद व्‍यवसाय के लिए लंदन शिफ्ट हो चुकी हैं और अब चाहती हैं कि उनके पति भी उनके साथ ही भारत से लंदन शिफ्ट हो जाएं। यहां मेरा सवाल था कि इसमें वे एक ज्‍योतिषी से क्‍या मदद चाहती हैं।

उन्‍होंने बताया कि वे चाहती हैं कि मैं ऐसा कोई उपचार बताऊं जिससे उनके पति भी भारत से अपना बिजनेस लंदन शिफ्ट कर लें। मैंने बताया कि ज्‍योतिष से यह तो पता किया जा सकता है कि उनके पति भारत से लंदन शिफ्ट होंगे या नहीं, लेकिन ऐसा कोई उपचार ज्‍योतिष में नहीं है जिससे किसी व्‍यक्ति को भारत से लंदन शिफ्ट कराया जा सके। उन्‍हें लगा कि मैं बिना फीस यह काम करना नहीं चाहता सो उन्‍होंने आगे कहा कि इस काम के लिए जो खर्च होगा, वह देने के लिए तैयार हैं। मैं अधिक आश्‍चर्य में था, जब मैं स्‍पष्‍ट बता चुका था कि ऐसा काम ज्‍योतिष में संभव नहीं है तो फिर वे इसके लिए खर्च करने के लिए पहले से कैसे तैयार हैं। मैंने थोड़ा विस्‍तार से पूछा तो उन्‍होंने बताया कि किसी ज्‍योतिष एप्‍प के जरिए उन्‍होंने पिछले दिनों किसी ज्‍योतिषी से बात की थी, उसमें ज्‍योतिषी ने यह जानकारी दी कि बजाय महिला के पति उनके साथ लंदन आने के, उन्‍हें ही तलाक दे सकते हैं। इससे घबराई महिला ने हर प्रकार से हाथ पांव मारने शुरू कर दिए थे। इसी क्रम में उन्‍हें मेरा कोई लेख विदेश में बसने के संबंध में मेरी वेबसाइट पर मिला, उसे ही फॉलो करते हुए वे मुझ तक पहुंच गई थी। जब मैंने स्‍पष्‍ट किया कि ऐसा कोई उपचार होने की स्थिति में बजाय ज्‍योतिष अभ्‍यास करने के ट्रैवल एजेंसी खोलकर हजारों की संख्‍या में रोजाना लोगों को विदेश भेजने का काम ही क्‍यों न करने लगूं। मेरे व्‍यंग्‍य को समझकर महिला ने इस विषय के प्रति अपना नजरिया बदला। इसके बाद उन्‍होंने फीस जमा करवाकर खुद की और अपने पति की कुण्‍डली का विस्‍तार से विश्‍लेषण कराया और संतुष्‍ट हुईं।


ज्योतिष और भावनात्मक सवाल
Emotional Questions to Astrologer)

कुछ बहुत सफल मामले भी सामने आते हैं, कुछ साल पूर्व अमरीका से एक गुजराती जातक का फोन आता है, वह बताते हैं कि उन्‍होंने अपने घर से थोड़ी ही दूरी पर एक लिकर स्‍टोर (शराब की दुकान) खरीदने के लिए सौदा किया था। अमरीकी ने आधे से अधिक रकम लेने के बाद अपना रुख बदल लिया है। अब वह न तो पूर्व में लिए पैसे लौटा रहा है और न ही सौदा पूरा कर रहा है। अमरीका में भी ऐसे किसी विवाद के सुलझने में सालों का समय लग जाता है। भले ही पूरी लिखा पढ़ी हुई थी, लेकिन गुजराती व्‍यवसायी को लग रहा था कि एक मोटी रकम बिना कारण लिटिगेशन में फंस जाएगी। उन्‍होंने मुझसे आग्रह किया कि इस बारे में क्‍या किया जाना चाहिए। अमरीकी को बातचीत में लिया जाए या केस किया जाए। यह बहुत सटीक सवाल था और इसका जवाब प्रश्‍न कुण्‍डली से आसानी से दिया जा सकता था। प्रश्‍न कुण्‍डली इंगित कर रही थी कि अपोनेंट यानी सौदे में शामिल दूसरी पार्टी इमोशनली हिट हुई है। एक व्‍यवसायिक सौदे में इमोशन कैसे हो सकता है। ऐसे में मैंने जातक से ही पूछा कि क्‍या पूर्व में दिनों में हुई किसी बातचीत के दौरान जातक ने अमरीकी को क्‍या कोई हल्‍की बात कह दी है। जातक ने तुरंत स्‍वीकार किया कि उसके मुंह से कुछ ऐसी बात निकल गई थी, जिससे अमरीकी बहुत नाराज हो गया था। मैंने कहा कि अमरीकी सौदा पूरा करेगा, लेकिन अपना सम्‍मान वापस लेने के बाद ही। सो इस प्रकार से व्‍यवस्‍था की जाए कि सौदे में किसी मध्‍यस्‍थ को शामिल किया जाए जो अमरीकी के आहत सम्‍मान को पुन: स्‍थापित करे। इससे सौदा पूरा होने की स्थिति बन जाएगी। इस सवाल और प्रश्‍न कुण्‍डली के विश्‍लेषण में जो जवाब मेरे जातक को चाहिए था, वह शामिल नहीं था, लेकिन समस्‍या का सॉल्‍यूशन था। जातक ने तुरंत मेरी बात मानी और वकील के बजाय मध्‍यस्‍थ को सूत्रधार बनाया गया। आगे की बातचीत में जातक ने एक बार भी मुंह नहीं खोला और कुछ ही दिन में सौदा पूरा हो गया। यहां किसी प्रकार के ज्‍योतिषी उपचार की जरूरत ही नहीं थी। सो बिना कारण कोई उपचार भी नहीं किया गया।


प्रश्न कुंडली से अप्रत्याशित समाधान
Unexpected Remedy through Prashna Kundli

कोलकाता के एक पुराने जातक बहुत खराब समय से गुजर रहे थे, मैंने उन्‍हें पूर्व में चेता दिया था कि फलां समय बहुत खराब जाएगा। वह समय खराब भी जा रहा था। कई सौ करोड़ रुपए का व्‍यवसाय डूब चुका था और बाजार का अच्‍छा खासा पैसा उधार चढ़ा हुआ था। ऐसे ही किसी एक दिन उनका फोन आया। जो समस्‍या बताई वह अटपटी थी। उन्‍होंने अपने से भी बड़े किसी सेठ से अच्‍छी खासी रकम उधार ले रखी थी। समय पर उस पैसे को चुका नहीं पा रहे थे, ऐसे में सेठ ने उन्‍हें अपने ऑफिस बुला लिया था। इस मीटिंग में यह तय होना था कि हमारे जातक को धन चुकाने के लिए मोहलत मिलेगी या फिर केस होगा। हमारा जातक सुबह नौ बजे सेठ के ऑफिस पहुंच गया। पहले तो सेठजी देरी से आए, करीब ग्‍यारह बजे, उसके बाद दो बजे तक अंदर अपने जरूरी काम निपटाते रहे, हमारा जातक बाहर बैठे इंतजार करते रहे। उन्‍होंने कई बार अंदर कहला भेजा, लेकिन सेठजी समय ही न दें। आखिर में जातक ने मुझे फोन किया। यह समस्‍या कॉम्‍प्‍लेक्‍स थी, इसमें केवल हमारा जातक ही नहीं, सेठ और एक परिस्थिति तीनों शामिल थे, ऐसे में निर्णय किया गया कि प्रश्‍न कुण्‍डली की सहायता से समस्‍या का समाधान  खोजा जाए। मंगल का नक्षत्र और कर्क लग्‍न बन रहा था। समाधान पूरी तरह से हनुमानजी के हाथ में था, मैंने जातक से कहा कि वह उस स्‍थान से बाहर निकले और किसी भी हनुमान मंदिर जाकर हनुमानजी के चरणों से सिंदूर लेकर उसका टीका अपने भाल पर लगाएं। फिर लौट आएं। इसमें तीन बातें थे, बुध जो कि द्वादशेष था वह रिपीटीशन ऑर्डर को सपोर्ट करता है, जाना और लौटना उस बुध को तुष्‍ट कर देगा, कर्क लग्‍न चलायमान लग्‍न है, मूवमेंट लग्‍न को एक्‍टीवेट कर देगा और मंगल का नक्षत्र हनुमानजी से सहायता मिलने की संभावना बता रहा था। जातक सीधे बाहर निकल गया और ड्राइवर से कहा कि तुरंत हनुमान मंदिर चलो, मंदिर से लौटते ही सेठजी ने न केवल हमारे जातक को सीधे अंदर बुलाया बल्कि पंद्रह दिन की मोहलत भी दे दी, जबकि हमारा जातक महज सात दिन की उम्‍मीद कर रहा था।

सामान्‍य तौर पर प्रश्‍न कुण्‍डली के साथ कभी उपचार नहीं जुड़ा होता है, उपचार हमेशा जातक कुण्‍डली का होता है, लेकिन यह एक ट्रिक शॉट था, एक प्रयोग था, कि इस प्रकार उस क्षण का सदुपयोग किया जा सकता था और अनुकूल परिणाम भी प्राप्‍त किए जा सकते थे। प्रयोग सफल रहा, जातक को भी लाभ हुआ। हालांकि इस प्रकार के प्रयोगों को दोहराया नहीं जा सकता, लेकिन हर बार, हर नई परिस्थिति के लिए नए प्रयोग बनाए जा सकते हैं। इनके सफल और विफल होने की संभावना पचास पचास प्रतिशत ही रहती है, लेकिन काम करे तो यह प्रयोग सटीक काम करते हैं और जातक को तुरंत लाभ होता है।


कुंडली आधारित ज्योतिषीय समाधान की महत्ता
Importance of Horoscope based Astrological Remedies

बैंगलोर के एक जातक नौकरी छोड़कर व्‍यवसाय करने लगे, कुछ समय तक उनका व्‍यवसाय अच्‍छा भी चला, लेकिन एक समय के बाद व्‍यवसाय नीचे आने लगा और अंतत: व्‍यवसाय ठप हो गया। यहां तक कि जो सामान बेचने के लिए जमा किया गया था, वह भी पड़ा रह गया। अब बिल्डिंग का किराया और डंप हुए सामान का ब्‍याज भी सिर चढ़ रहा था। मैंने कुण्‍डली देखकर बताया कि केतु के कारण समस्‍या है, अगर केतु का उपचार करेंगे तो ही उस दौर में गाड़ी धीरे धीरे आगे बढ़ेगी, अन्‍यथा नहीं। जातक उम्‍मीद कर रहे थे कि मैं कोई ज्योतिषीय रत्न (Gemstone) बताउंगा अथवा कोई पूजा बताउंगा, जिसे पंडितों से कराने के बाद उनकी स्थिति में तेजी से सुधार आ जाएगा। परन्‍तु मैंने जो उपचार बताया वह उन्‍हें प्रथमदृष्‍टया समझ ही नहीं आया। मैंने उन्‍हें कहा कि केतु के सटीक उपचार के लिए उन्‍हें रोजाना रात को एक विशेष रोटी कुत्‍तों को डालकर आनी है। उन्‍होंने समस्‍या बताई कि बैंगलोर के जिस इलाके में वह रहते हैं, वहां कुत्‍ते नहीं मिलते। मैंने जोर दिया कि उपचार तो यही है, यही उपचार करना होगा। उन्‍होंने कोई दो तीन किलोमीटर दूर कुछ कुत्‍ते खोज लिए। उन्‍हें रात के समय रोटी डालना शुरू कर दिया। कुछ दिन कुत्‍तों ने रोटी खाई और बाद में खानी बंद कर दी। जब जातक का केतु भारी होता है, तो दान प्राप्‍त कर रहे श्‍वान के लिए भी कष्‍टकारी सिद्ध होता है, ऐसे में कुत्‍ता रोटी खाना बंद कर देता है। मैं जातक को इस प्रकार की आशंका के प्रति आगाह कर चुका था। जातक ने मुझे कॉल करके पूछा कि अब क्‍या करना चाहिए, तो मैंने बताया कि दूसरे कुत्‍ते तलाश कीजिए। अब जातक को थोड़ा और दूर जाना पड़ा, दो महीने बाद तक तो जातक रोज रात को खाना खाने के बाद कार लेकर आठ किलोमीटर दूर जाकर रोटी डालकर आने लगा। छह-सात माह में जातक की स्थिति में आशातीत सुधार दिखाई देने लगा। अब जातक को इतनी दूर जाकर रोटी देना भारी लगने लगा। व्‍यवसाय ठीक चल रहा था और आर्थिक स्थिति सुधर गई थी। जातक ने बीच में एक दो बार कॉल करके इसका वैकल्पिक उपचार पूछा, तो मैंने बताया कि सटीक तो यही काम करेगा, विकल्‍प के तौर पर लहसुनिया (Lahsunia Stone) पहनने के लिए कह दिया, साथ ही बता दिया कि जितना प्रभावी उपचार कुत्‍तों को रोटी डालने का है, उतना लहसुनिया काम नहीं करेगा। जातक ने लहसुनिया पहन लिया और कुत्‍तों को रोटी डालना धीरे धीरे बंद कर दिया। परिणाम यह हुआ कि करीब डेढ़ साल बाद जातक फिर से वहीं खड़ा था, जहां से उसने शुरूआत की थी। अब फिर से जातक का फोन आया। मैंने कुण्‍डली खोली और पहली बात यही पूछी कि क्‍या कुत्‍तों को रोटी डालने का उपचार जारी है, जातक ने बताया कि लहसुनिया पहनने के बाद वह बंद कर दिया था। मैंने कहा फिर से चालू करो। जातक बड़ा निराश हुआ। कॉल के दौरान उसने बार बार पूछा कि इसके अलावा क्‍या और कोई उपचार किया जा सकता है। मैंने स्‍पष्‍ट कहा, नहीं। जातक ने फिर से उपचार शुरू किया और उसकी गाड़ी फिर से पटरी पर आने लगी। अब वह हर रोज रात को वही उपचार कर रहा है, कभी कभार अवकाश हो जाता है, लेकिन महीने में पच्‍चीस से अठाईस दिन वह रोटी डाल ही देता है।


रत्नो से ज्योतिषीय उपाय की जरूरत
Astrological Remedies by Gemstones

हर जातक के लिए ज्‍योतिषी को उपचार कंस्‍ट्रक्‍ट करना पड़ता है। कई बार उपचार देखने में एक जैसे दिखाई देते हैं, लेकिन उसे संपादित करने की क्रियाविधि, इस्‍तेमाल किए गए पदार्थ और उपचार करने का समय तक प्रभावी होता है।

आर्थिक कारणों से ऐसा मान लिया गया कि ज्‍योतिषीय उपचारों के लिए जैमस्‍टोन जरूरी हैं, लेकिन वास्‍तव में ऐसा नहीं होता, अगर देखा जाए तो ज्‍योतिषीय उपचारों में सबसे अहम होती है साधना, फिर प्रभावी होते हैं दर्शन और उससे कम प्रभावी होता है दान। यही तीन प्रमुख साधन ज्‍योतिषीय उपचारों की नींव बनाते हैं। जैमस्‍टोन तो एक प्रकार का विकल्‍प है, लेकिन कालांतर में इसे ही प्रमुख ज्‍योतिषीय उपचार विधि मान लिया गया। इसके मैं दो प्रमुख कारण मानता हूं। पहला तो यह कि इसमें जातक को अपनी ओर से कुछ नहीं करना, जैमस्‍टोन अपने आप काम करेगा और दूसरा कीमती चीज खरीदने के बाद जातक के पास ही रहती है। ऐसे में वह इसे खर्च के बजाय निवेश की तरह देखने लगता है। वास्‍तव में महंगा पत्‍थर बाद में कहीं बिकता भी नहीं है। गाय को खिलाया गया एक किलो पालक एक लाख रुपए कीमत का पन्‍ना पहनने की तुलना में अधिक ताकत से बुध के जहर को कम करता है।


विभिन्न ग्रहों की महादशाओं में आने वाली व्यवसाय, स्वास्थ्य, धन, दांपत्य जीवन, प्रेम संबंध, कानूनी, पारिवारिक समस्याओं आदि के ज्योतिषीय समाधान के लिए आप मुझ से फोन अथवा व्हाट्सएप द्वारा संपर्क कर सकते हैं । CallWhatsApp