होम Jupiter (Guru | गुरु) कैसे पता करें – ग्रह अनुकूल है या प्रतिकूल?

कैसे पता करें – ग्रह अनुकूल है या प्रतिकूल?

इस लेख में मैं हर ग्रह के अनुकूल और प्रतिकूल होने के कुछ प्रमुख लक्षणों पर चर्चा कर रहा हूँ, उससे आप खुद निर्णय कर पाएंगे कि आपको किस ग्रह से नुकसान हो रहा है और किस ग्रह का लाभ मिल रहा है।

How to judge a planet will be favourable or malafic

कैसे पता करें कि ग्रह अनुकूल है या प्रतिकूल
Whether a planet is Benefic or Malefic

किसी ग्रह के अनुकूल अथवा प्रतिकूल प्रभाव देने से जीवन में ठोस और आवश्‍यक प्रभाव होते हैं। बहुत बार ऐसा होता है कि जातक जब मेरे पास आता है तो मैं उनसे उन प्रभावों के बारे में पूछता है, ताकि यह स्‍पष्‍ट हो पाए कि ग्रह अपना प्रभाव किस प्रकार दे रहा है। कई बार कुण्‍डली के करेक्‍शन में भी यह प्रभावों का विवेचन काम आता है। इस लेख में मैं हर ग्रह के अनुकूल और प्रतिकूल होने के कुछ प्रमुख लक्षणों पर चर्चा कर रहा हूँ, उससे आप खुद निर्णय कर पाएंगे कि आपको किस ग्रह से नुकसान हो रहा है और किस ग्रह का लाभ मिल रहा है।

कुंडली में सूर्य प्रतिकूल या अनुकूल
Malefic or Benific Sun in Horoscope

सूर्य अनुकूल होने पर जातक का स्‍वभाव धीर गंभीर और अधिकारपूर्ण होगा, सूर्य प्रतिकूल होने पर जातक का स्‍वभाव चिड़चिड़ा और ओछा होगा। खराब सूर्य जातक को झूठ बोलने के लिए बाध्‍य भी करता है।

कुंडली में चन्द्र प्रतिकूल या अनुकूल
Malefic or Benific Moon in Horoscope

चंद्रमा अनुकूल होने पर जातक अधिकांशत: निश्चिंत भाव में रहता है। चंद्रमा खराब होने पर जातक में उद्विग्‍नता और अधीरता का भाव दिखाई देने लगता है।

कुंडली में मंगल प्रतिकूल या अनुकूल
Malefic or Benific Mars in Horoscope

मंगल अनुकूल होने पर जातक उत्‍साही और कर्मठ होता है, मंगल प्रतिकूल होने पर जातक निकम्‍मा, बलहीन और आसली हो जाता है।

कुंडली में राहु प्रतिकूल या अनुकूल
Malefic or Benific Rahu in Horoscope

राहु अनुकूल होने पर जातक की राजनीतिक समझ तगड़ी होती है और येन केन प्रकारेण वह अपने कार्य निकलवा लेता है, राहु प्रतिकूल होने पर जातक अनिश्चितताओं में गोते लगाता रहता है।

कुंडली में गुरु (बृहस्पति) प्रतिकूल या अनुकूल
Malefic or Benific Jupiter in Horoscope

गुरु अनुकूल होने पर जातक सामाजिक और मांगलिक कार्यों में बढ चढ़कर हिस्‍सा लेता है और योजना बनाकर आगे बढ़ता है, गुरु प्रतिकूल होने पर जातक पर मिथ्‍या आरोप लगते हैं, गुणी होते हुए भी अकेला रहता है, शिक्षा अधूरी छूट जाती है।

कुंडली में शनि प्रतिकूल या अनुकूल
Malefic or Benific Saturn in Horoscope

शनि अनुकूल होने पर जातक लगातार काम में लगा रहता है, आगे से आगे काम बनते चले जाते हैं, शनि प्रतिकूल होने पर अधिक धक्‍के खाने पड़ते हैं और काम बनते नहीं।जातक गलत समय पर गलत जगह उपस्थित होता है, इससे बने हुए काम तब बिगड़ जाते हैं।

कुंडली में बुध प्रतिकूल या अनुकूल
Malefic or Benific Mercury in Horoscope

बुध अनुकूल होने पर जातक गणित, तर्क, व्‍यापार, मनोविनोद में अग्रणी होता है, बुध प्रतिकूल होने पर मति भ्रम और मतिभ्रष्‍ट का शिकार होने लगता है। व्‍यापार में पैसा रोटेशन में फंस जाता है और बोलते हुए हकलाहट होती है।

कुंडली में केतु प्रतिकूल या अनुकूल
Malefic or Benific Ketu in Horoscope

केतु अुनकूल होने पर जातक एक ही काम में लगा रहता है, लंबे समय तक उसी काम को मनोयोग से करता है, चाहे वह सांसारिक कार्य हों या आध्‍यात्मिक, केतु प्रतिकूल होने पर अति‍महत्‍वकांक्षा और मन में खीज लगातार बनी रहती है, इससे जातक का स्‍वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है।

कुंडली में शुक्र प्रतिकूल या अनुकूल
Malefic or Benific Venus in Horoscope

शुक्र अनुकूल होने पर जातक के पास भौतिक संसाधन बढ़ते हैं, परिवार में मांगलिक कार्य होते हैं, विपरीत लिंग से अच्‍छे संबंध रहते हैं। शुक्र प्रतिकूल होने पर जातक शारीरिक रूप से कुंठित होता है, लग्‍जरी का सेंस नहीं रहता और मैला कुचैला दिखाई देता है।


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