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गुरु (बृहस्पति) महादशा के उपाय के लिए जैन मंत्र (Jain Mantra for Jupiter Mahadasha Remedy)

गुरु (बृहस्पति) की महादशा के उपाय के लिए जैन मंत्र | Guru (Brahaspati) Mahadasha (Jupiter Mahadasha) Remedy in Jain Mantra (Jain Astrology)
गुरु (बृहस्पति) की महादशा के उपाय के लिए जैन मंत्र | Guru (Brahaspati) Mahadasha (Jupiter Mahadasha) Remedy in Jain Mantra (Jain Astrology)

गुरु (बृहस्पति) महादशा के उपाय के लिए जैन मंत्र
(
Jain Mantra for Jupiter Mahadasha Remedy)

धनु, मीन, सिंह और मेष लग्‍न में अधिकांश स्थितियों में गुरू अनुकूल ही होता है। शेष सभी लग्‍नों में वृहस्‍पति का प्रभाव सकारात्‍मक अथवा नकारात्‍मक हो सकता है। अगर कुण्‍डली में गुरू नकारात्‍मक भी है तो भी अंतत: उसका फल सार्थक ही होता है। वृहस्‍पति चंद्रमा, मंगल और सूर्य के साथ अनुकूल परिणाम देता है और शनि, राहू, केतु और बुध के साथ प्रतिकूल परिणाम देता है। वृहस्‍पति की महादशा सोलह साल तक चलती है। अनुकूल होने पर इस अवधि में जातक निरंतर प्रगति करता है। वृहस्‍पति की महादशा वास्‍तव में जातक के योगनाबद्ध कार्य करने, सीखने और आगे बढ़ने का समय होता है।

प्रतिकूलता के रूप में जातक को वृहस्‍पति की दशा में अस्थिरता और तनाव का सामना करना पड़ता है। वृहस्‍पति की महादशा में जातक जितना अधिक धार्मिक होता है, दशा का फल उतना ही श्रेष्‍ठ होता है। यज्ञ, दर्शन, अध्‍ययन और साधना का फल अधिक तेजी से और अधिक सार्थक होता है। आमतौर पर आवश्‍यकता होने पर पुखराज रत्‍न पहनाने का प्रयास किया जाता है। कुछ मामलों में पुखराज पहनाना अच्‍छा विकल्‍प नहीं होता है। रत्‍न के साथ अथवा रत्‍न के विकल्‍प के रूप में वृहस्‍पति के मंत्र से लाभ लिया जा सकता है। वृहस्‍पति के जैन मंत्र के दस माला का जाप नियमित रूप से करना लाभदायक बताया गया है। मंत्र इस प्रकार है…

ऊं ह्रीं णमो आयरियाणं”

इस मंत्र के साथ शांति मंत्र की एक माला का जाप करना आवश्‍यक है। वृहस्‍पति के लिए शांति मंत्र इस प्रकार बताया गया है…

ऊं ह्रीं ऋषभदेव प्रभो नमस्‍तुभ्‍यं मम शांति: शांति:”

ऋषभदेव प्रभु के अधिष्‍ठायक देव गोमुख की उत्‍तर या पूर्व की ओर मुख करके पीले वस्‍त्र, पीले आसन, पीली माला, पीले पुष्‍प एवं पीले रंग के स्‍वस्तिक से पूजा करनी चाहिए।


अन्य ग्रहों की महादशा के दुष्प्रभाव से बचने के लिए जैन मंत्रो द्वारा उपाय जानने के लिए आप निम्न लेख पढ़ सकते हैं। प्रत्येक ग्रह के लिए पृथक लेख द्वारा मंत्रो के प्रयोग को समझाने का प्रयत्न किया है।

सूर्य की महादशा के उपाय के लिए जैन मंत्र
Sun Mahadasha Remedy in Jain Mantra
चन्द्रमा की महादशा के उपाय के लिए जैन मंत्र
(
Jain Mantra for Moon Mahadasha Remedy)
मंगल की महादशा के उपाय के लिए जैन मंत्र
(
Jain Mantra for Mars Mahadasha Remedy)
बुध की महादशा के उपाय के लिए जैन मंत्र
(
Jain Mantra for Mercury Mahadasha Remedy)
शुक्र की महादशा के उपाय के लिए जैन मंत्र
(
Jain Mantra for Venus Mahadasha Remedy)
शनि की महादशा के उपाय के लिए जैन मंत्र
(
Jain Mantra for Saturn Mahadasha Remedy)
राहु की महादशा के उपाय के लिए जैन मंत्र
(
Jain Mantra for Rahu Mahadasha Remedy)
केतु की महादशा के उपाय के लिए जैन मंत्र
Jain Mantra for Ketu Mahadasha Remedy


 

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ज्‍योतिषी सिद्धार्थ जगन्‍नाथ जोशी भारत के शीर्ष ज्‍योतिषियों में से एक हैं। मूलत: पाराशर ज्‍योतिष और कृष्‍णामूर्ति पद्धति के जरिए फलादेश देते हैं। आमजन को समझ आ सकने वाले सरल अंदाज में लिखे ज्योतिषीय लेखों का संग्रह ज्‍योतिष दर्शन पुस्‍तक के रूप में आ चुका है। मोबाइल नम्‍बर 09413156400 (प्रतिदिन दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक उपलब्‍ध)